प्रियंका चोपड़ा आज एक ग्लोबल स्टार हैं और हॉलीवुड में सफलता के नए मुकाम हासिल कर रही हैं। हालांकि, फिल्म इंडस्ट्री में उनके करियर की शुरुआत साल 2000 में मिस वर्ल्ड का खिताब जीतने के बाद हुई थी। प्रियंका ने साउथ सिनेमा से अपनी शुरुआत की और फिर बॉलीवुड में भी अपना नाम दर्ज कराया। लेकिन इस सफलता के सफर में प्रियंका को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा। उनकी पहली बड़ी चुनौती तब आई जब मिस वर्ल्ड बनने के बाद प्रियंका का बरेली, उनके घर शहर, में स्वागत नहीं किया गया। यह तक कहा गया कि यह नारी शोषण है, जिसे स्वीकार नहीं किया जा सकता।
प्रियंका की मां मधु चोपड़ा ने हाल ही में ‘लहरें रेट्रो’ को दिए एक इंटरव्यू में इस बारे में खुलासा किया। मधु ने बताया कि जब प्रियंका ने मिस वर्ल्ड का खिताब जीता, तो बरेली में उनका स्वागत नहीं हुआ।
मधु चोपड़ा ने कहा, “बरेली में जो स्वागत हुआ, वह बिल्कुल भी अच्छा नहीं था। स्टेट मशीनरी ने कहा कि यह नारी शोषण है और इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। मिस वर्ल्ड जैसे खिताब को जीतने वाली लड़की, चाहे वह किसी छोटे गांव से हो, उस शहर में उसका स्वागत होना चाहिए था।”
मधु ने यह भी बताया कि जब वे बरेली जाने के लिए तैयार थे, तो उन्हें सीएम ऑफिस से निर्देश मिला कि प्रियंका को यहां नहीं बुलाया जा सकता, क्योंकि यह कानून-व्यवस्था का मामला था। उन्होंने कहा, “हम बहुत दुखी थे, लेकिन प्रियंका ने कभी अपना आत्म-विश्वास नहीं खोया।”
इसके बाद, मधु चोपड़ा ने प्रियंका के आत्मविश्वास के बारे में एक दिलचस्प उदाहरण भी दिया। उन्होंने कहा, “प्रियंका के पास ‘हिट-मी’ नाम का एक खिलौना था, जो प्लास्टिक का था। जब आप उसे मारते थे, तो वह सीधा खड़ा हो जाता था। प्रियंका भी उसी खिलौने की तरह हैं, जब भी वह मुश्किलों का सामना करती हैं, वह उन्हें डटकर झेलती हैं।”
मधु ने यह भी साझा किया कि कैसे लारा दत्ता, जो 2000 में मिस यूनिवर्स बनीं, ने प्रियंका की मदद की थी। लारा ने प्रियंका को साड़ी बांधने, चलने और मेकअप करने की कला सिखाई थी, जिससे प्रियंका को अपनी सफलता की राह पर आगे बढ़ने में मदद मिली।