भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में कुछ सुपरस्टार्स को यह टैग विरासत में ही मिल जाता है, लेकिन रजनीकांत जैसे सितारे हैं जिन्होंने अपने दम पर सफलता की ऊंचाइयों को छुआ। फिल्मों में कदम रखने से पहले रजनीकांत बस कंडक्टर का काम करते थे, और उन्होंने इस दौरान भी अपनी स्टाइल से लोगों का ध्यान आकर्षित किया था। एक इवेंट में रजनीकांत ने बताया था कि कैसे वह बसों में महिलाओं को इम्प्रेस करने के लिए अपने बालों को झटका देते थे।
रजनीकांत, जो आज भी सिनेमा की दुनिया में अपने 50वें साल में सक्रिय हैं, ने हमेशा अपनी स्टाइल और एक्टिंग के जरिए एक अलग पहचान बनाई है। उनके बालों को झटकने का तरीका, आस्तीन चढ़ाने का अंदाज, सनग्लासेस से खेलने का तरीका और सिगरेट जलाने का स्टाइल सभी उनके लिए एक स्टाइल स्टेटमेंट बने हुए हैं। और यह सब तब से था, जब वह बस कंडक्टर के तौर पर काम करते थे।
2018 में नादिगर संगम द्वारा आयोजित एक इवेंट में रजनीकांत ने अपने बस कंडक्टर के दिनों के बारे में बात की। उन्होंने बताया, “मैं हमेशा से एक स्टाइलिश व्यक्ति था। यह कुछ नया नहीं था, यह नैचुरल था।” रजनीकांत ने कहा कि उस समय, बस कंडक्टरों को टिकट बांटने में लगभग 30 मिनट का समय लगता था, लेकिन वह इसे सिर्फ 10 मिनट में पूरा कर लेते थे।
उन्होंने आगे बताया कि कर्नाटका की बसों में महिलाएं अक्सर आगे बैठती थीं और पुरुष पीछे। वह हमेशा सबसे आगे खड़े रहते थे और हवा के चलते उनके बाल लहराते थे। वह अपने बालों को पीछे की ओर झटका देते थे और टिकट देते वक्त महिलाओं को इम्प्रेस करने की कोशिश करते थे।
रजनीकांत ने यह भी बताया कि उनकी यही स्टाइल और स्पीड थी जिसने निर्देशक के. बालचंदर का ध्यान खींचा था। बालचंदर ने उन्हें 1975 की तमिल फिल्म ‘अबूर्व रागंगल’ के जरिए फिल्म इंडस्ट्री में कदम रखने का मौका दिया। रजनीकांत ने कहा, “उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे अपनी पर्सनैलिटी को वैसे ही बनाए रखना चाहिए, जैसा मैं था। वह मुझे बदलने के लिए नहीं कहे, बल्कि कहा कि यह नया है और इसे बनाए रखना चाहिए।”