90 के दशक के अंत और 2000 के दशक की शुरुआत में तमिल सुपरस्टार रजनीकांत अपने करियर के सबसे खराब दौर से गुजर रहे थे। कई लोग मानते थे कि लगातार फ्लॉप हो रही उनकी फिल्मों के कारण उनका स्टारडम घट चुका था। हालांकि, 50 के बाद रजनीकांत ने चंद्रमुखी और एंथिरन जैसी फिल्मों से जोरदार वापसी की, और 2010 के दशक के अंत में उनका कमबैक हुआ। उनकी फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया, बॉलीवुड की बड़ी फिल्मों को टक्कर दी, और उन्हें पछाड़ दिया। इस सफलता ने रजनीकांत को प्रीमियम फीस चार्ज करने का मौका दिया, जिससे उन्होंने समय के साथ अन्य बड़े सुपरस्टार्स को पीछे छोड़ दिया।
2023 में, 72 साल की उम्र में रजनीकांत ने फिल्म “जेलर” में काम किया, जो साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली तमिल फिल्म बनी। फिल्म ने ₹600 करोड़ से ज्यादा की कमाई की। रजनीकांत ने इस फिल्म के लिए ₹110 करोड़ की फीस ली, जिसमें शुरुआती फीस और राइट्स शामिल थे। सफलता के बाद फिल्म के निर्माता कलानिथी मारन ने रजनीकांत को ₹100 करोड़ का बोनस भी दिया, जिससे उनकी कुल कमाई ₹210 करोड़ हो गई। इसने उन्हें शाहरुख खान, सलमान खान और प्रभास जैसे सितारों को पछाड़ते हुए भारत में सबसे ज्यादा फीस लेने वाला एक्टर बना दिया।
हालांकि, रजनीकांत ने हाल के वर्षों में अपनी फिल्मों के लिए बहुत ज्यादा फीस ली है, बावजूद इसके वे भारत के सबसे ज्यादा कमाई करने वाले एक्टर्स की सूची में पीछे रह गए हैं। रजनीकांत की फीस अब भी रिकॉर्ड स्तर पर है, और रिपोर्ट्स के अनुसार, यदि लोकेश कनगराज की फिल्म “कुली” मुनाफा कमाती है, तो रजनीकांत को इसके लिए ₹270 करोड़ मिलने की संभावना है। यह भारतीय सिनेमा के इतिहास में किसी भी एक्टर को दी गई सबसे ज्यादा फीस में से एक होगी। हालांकि, ये आंकड़े अभी तक आधिकारिक नहीं हैं, और इस सूची में रजनीकांत विजय और अल्लू अर्जुन से पीछे हैं।