दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के निधन के पांच साल बाद, शनिवार को सीबीआई ने अपनी क्लोजर रिपोर्ट पेश की। रिपोर्ट में कहा गया कि जांच के दौरान ऐसा कोई सबूत नहीं मिला, जिससे यह साबित हो कि किसी ने सुशांत को आत्महत्या के लिए मजबूर किया था। इसी के साथ, रिया चक्रवर्ती और उनके परिवार को क्लीन चिट दे दी गई। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए रिया चक्रवर्ती के वकील ने कहा कि सुशांत की मौत के बाद उनके मुवक्किल के खिलाफ जो झूठी कहानियां गढ़ी गईं और सोशल मीडिया पर फैलाई गईं, वे पूरी तरह अनुचित थीं। उन्होंने यह भी कहा कि सीबीआई की इस रिपोर्ट से न्यायपालिका और कानून व्यवस्था में विश्वास बहाल होता है।
क्लोजर रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए रिया के वकील सतीश मानेशिंदे ने अपने बयान में कहा, “सीबीआई ने लगभग चार साल की गहन जांच के बाद सुशांत सिंह राजपूत मामले में क्लोजर रिपोर्ट दाखिल की है। हम उनके आभारी हैं कि उन्होंने इस केस के हर पहलू को ध्यान से जांचा और केस को बंद कर दिया। सोशल मीडिया और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में फैलाई गई झूठी खबरें पूरी तरह अनुचित थीं। महामारी के समय, जब देशभर में लोग टीवी और सोशल मीडिया से जुड़े हुए थे, निर्दोष लोगों को परेशान किया गया और मीडिया ट्रायल का शिकार बनाया गया। मैं उम्मीद करता हूं कि भविष्य में ऐसा किसी भी मामले में दोबारा न हो।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं मीडिया हाउस के प्रमुखों से आग्रह करता हूं कि वे अपने आचरण पर विचार करें। रिया चक्रवर्ती को बिना किसी गलती के 27 दिन जेल में बिताने पड़े और अनगिनत कठिनाइयों से गुजरना पड़ा। जब तक जस्टिस सारंग वी. कोतवाल ने उन्हें जमानत पर रिहा नहीं किया, तब तक उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा। मैं रिया और उनके परिवार को सलाम करता हूं कि उन्होंने इस अमानवीय व्यवहार को चुपचाप सहा। इस दौरान, मेरे परिवार और टीम को भी परेशान किया गया और हमें जान से मारने की धमकियां दी गईं। लेकिन, कोई भी बाधा हमें अपने कानूनी कर्तव्यों को पूरा करने से नहीं रोक सकी।”
वकील ने कहा कि उन्हें गर्व है कि उन्होंने एक फौजी परिवार का मुफ्त में बचाव किया और उनकी फीस को लेकर की गई अटकलें महज निराधार हैं। उन्होंने मीडिया के उन वर्गों का भी आभार जताया जिन्होंने इस मामले में सच का समर्थन किया और रिया की न्याय की लड़ाई में साथ खड़े रहे। उन्होंने कहा कि भारत की न्यायपालिका अभी भी मजबूत है और हर नागरिक को न्याय की उम्मीद रखनी चाहिए।
गौरतलब है कि सुशांत सिंह राजपूत 14 जून 2020 को मुंबई के बांद्रा स्थित अपने फ्लैट में मृत पाए गए थे। इस मामले में उनके परिवार ने रिया चक्रवर्ती और उनके परिजनों पर गंभीर आरोप लगाए, जिसके चलते रिया को जेल भी जाना पड़ा था।