सिनेमा को लेकर जो बुनियादी संकट पूरी दुनिया में फिलहाल देखा जा रहा है, उस पर इस साल के ऑस्कर अवॉर्ड्स (2025) में उंगली रखी गई, जो इस आयोजन की एक खास बात रही। ‘बेस्ट पिक्चर’ चुनी गई Anora के निर्देशक सीन बेकर ने अमेरिका में घटते सिनेमा स्क्रीन्स पर चिंता जताते हुए कहा कि सिनेमा हमेशा से एक सामुदायिक माध्यम रहा है, जहां सैकड़ों लोग एक साथ स्क्रीन पर चल रहे दृश्य में डूबते-उतरते ‘The End’ की ओर बढ़ते हैं। लोगों के नजरिए में बदलाव सिनेमा संस्कृति के लिए तो खतरनाक है ही, समाज के लिए भी यह एक बुरा संकेत है।
ओटीटी का असर
कोरोना महामारी के बाद, खासकर पिछले कुछ वर्षों में, इंटरनेट आधारित OTT प्लेटफॉर्म्स ने दुनियाभर में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है, जिससे सिनेमा अनुभव अधिक व्यक्तिगत हो गया है। इसका असर फिल्म निर्माण के हर पहलू पर देखने को मिल रहा है, और आजकल ऐसी स्क्रिप्टिंग और फिल्मांकन देखने को मिल रहे हैं, जो पहले सोचा भी नहीं जा सकता था।
डायवर्सिटी की अहमियत
इन अवॉर्ड्स के आयोजक जीवन मूल्यों से जुड़े बड़े सवालों के प्रति हमेशा सतर्क रहते हैं। इस कारण, 2020 से ऐसी फिल्में चुनी जाती हैं जिनमें डायवर्सिटी (विभिन्न समुदायों का प्रतिनिधित्व) को नजरअंदाज नहीं किया गया हो। हालांकि, अमेरिकी सत्तापक्ष के साथ जुड़कर सरकारी कामकाज में हस्तक्षेप करने वाले उद्योगपति एलन मस्क इस बार के ऑस्कर से नाखुश हैं। उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि इस साल औसतपने की सारी सीमाएं टूट गई हैं। लेकिन अच्छा होता अगर मस्क किसी ऐसी फिल्म का नाम लेते जो डायवर्सिटी की वजह से इन पुरस्कारों के लिए नजरअंदाज की गई हो।
सेक्स वर्कर्स की गरिमा
इस समारोह की सबसे कामयाब फिल्म Anora रही, जिसे बेस्ट पिक्चर, बेस्ट डायरेक्टर और बेस्ट एक्ट्रेस (मिकी मैडिसन) के अलावा बेस्ट ओरिजिनल स्क्रीनप्ले का पुरस्कार भी मिला। फिल्म का मुख्य पात्र एक सेक्स वर्कर की श्रेणी में आने वाली स्ट्रिपटीज डांसर है, जिसमें कई एडल्ट सीन हैं। लेकिन फिल्म का ट्रीटमेंट संवेदनशील है, और निर्देशक सीन बेकर का कहना है कि उनका उद्देश्य सेक्स वर्कर्स के पेशे को एक नई गरिमा देना था।
ईस्ट यूरोपियन मिजाज
कुछ सालों में ऑस्कर अवॉर्ड्स का एक अलग मिजाज बन जाता है, और इस बार का मिजाज ईस्ट यूरोपियन और यहूदी था। सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार The Brutalist फिल्म के एड्रिएन ब्रॉडी को मिला, जिसमें उन्होंने नाजी जर्मनी के उभार के दौरान हंगरी से भागकर अमेरिका में खुद को स्थापित करने की कोशिश कर रहे एक यहूदी आर्किटेक्ट की भूमिका अदा की है।
यहूदी सेंसिबिलिटी
ईस्ट यूरोपियन यहूदी सेंसिबिलिटी को सामने लाने वाली एक और फिल्म A Real Pain है, जिसके लिए काइरन चल्किन को बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का पुरस्कार मिला। इसमें दो चचेरे भाई पोलैंड में अपनी दादी के घर का दौरा करते हैं, जहां नाजी यातना के स्मारकों का अनुभव उन्हें अपने रिश्तों में गहरा भाईचारा महसूस कराता है।
लैंगिक पहचान से जुड़ी ट्रैजिडी
बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का अवॉर्ड हॉलीवुड की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली अभिनेत्री जो साल्डाना को Emilia Perez फिल्म के लिए मिला है। इसमें एक माफिया डॉन अपनी सेक्स चेंज सर्जरी करवा कर स्त्री बन जाता है, और नए नाम से अपने बीवी-बच्चों से दूर जीवन बिताता है। यह फिल्म लैंगिक पहचान के सवाल को गहरी ट्रैजिडी के रूप में दर्शाती है।