Pawandeep Rajan: पवनदीप राजन संगीत की दुनिया में एक ऐसा नाम हैं, जिन्होंने अपनी अद्भुत आवाज से हर किसी को अपना दीवाना बना लिया है। उत्तराखंड के चंपावत जिले के एक छोटे से गांव में जन्मे पवनदीप ने इंडियन आइडल सीजन 12 की ट्रॉफी जीतकर देशभर में अपनी पहचान बनाई। उनकी गायकी ने जजों और दर्शकों का दिल छू लिया और वह उत्तराखंड के लिए प्रेरणा बन गए। संगीत पवनदीप की रगों में समाया हुआ है, क्योंकि उनके माता-पिता, सुरेश और सरोज राजन, और बहन ज्योतिदीप राजन कुमाऊंनी लोक संगीत के प्रसिद्ध कलाकार हैं।
मात्र ढाई साल की उम्र में पवनदीप ने तबला वादन में अपनी प्रतिभा दिखाई और पुरस्कार भी जीते। 2015 में ‘द वॉयस इंडिया’ में जीत के बाद उन्हें पहचान मिलनी शुरू हुई। पवनदीप न केवल एक बेहतरीन गायक हैं, बल्कि एक प्रतिभाशाली संगीतकार भी हैं। इंडियन आइडल में उनका मुकाबला अरुणिता कांजीलाल से था और उनकी जोड़ी को खूब पसंद किया गया। इस सीजन में पवनदीप ने अरुणिता कांजीलाल, मोहम्मद दानिश, सायली कांबले, निहाल तौरो और शनमुख प्रिया को हराकर ट्रॉफी जीती। इसके साथ ही उन्हें 25 लाख रुपये और एक कार का पुरस्कार भी मिला था।
हालांकि, 5 मई को पवनदीप एक गंभीर कार हादसे का शिकार हो गए। गजरौला में उनकी कार एक ट्रक से टकरा गई, जिससे उन्हें सिर, पैर और हाथ में चोटें आईं। उनका इलाज चल रहा है। 27 अप्रैल को उन्होंने अपना जन्मदिन भी मनाया था।