उर्वशी रौतेला ने हाल ही में एक इंटरव्यू में दावा किया कि उत्तराखंड में उनके नाम पर एक मंदिर है, जो बद्रीनाथ धाम के पास स्थित है। उनके इस बयान से स्थानीय पुजारी और धार्मिक लोग नाराज हो गए हैं। उर्वशी ने कहा, “उत्तराखंड में मेरे नाम पर एक मंदिर है। अगर कोई बद्रीनाथ जाता है, तो उसके ठीक बगल में ‘उर्वशी मंदिर’ है।” इसके अलावा, जब उनसे पूछा गया कि लोग वहां आशीर्वाद लेने आते हैं या नहीं, तो उन्होंने कहा, “अब मंदिर है तो वो ही करेंगे,” और बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र भी उनकी तस्वीरों पर माला चढ़ाते हैं और उन्हें “दमदमई” कहते हैं।
इस बयान के बाद, बद्रीनाथ धाम के पूर्व धार्मिक अधिकारी भुवन चंद्र उनियाल ने कहा कि उर्वशी का दावा “भ्रामक” है और इस तरह के बयान अस्वीकार्य हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह मंदिर देवी उर्वशी को समर्पित है, जो हिंदू पौराणिक कथाओं की एक प्रमुख देवी हैं, और इसे 108 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। उन्होंने आगे कहा, “यह उनका मंदिर नहीं है, और ऐसे दावे करने वाले लोगों के खिलाफ सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।” ब्रह्म कपाल तीर्थ पुरोहित सोसाइटी के अध्यक्ष अमित सती ने भी उर्वशी के बयान की आलोचना की, और कहा कि इस प्राचीन मंदिर का संबंध देवी उर्वशी से है, न कि किसी व्यक्ति से। उन्होंने कहा, “इस तरह के बयान यहां के लोगों की धार्मिक भावनाओं का अपमान करते हैं।”