तमिल फिल्म निर्माता और निर्देशक एस शंकर के लिए कानूनी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। एक ताजा खबर के अनुसार, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रजनीकांत और ऐश्वर्या राय स्टारर फिल्म ‘एंथिरन’ के निर्देशक एस शंकर की तीन स्थायी संपत्तियों को अस्थायी रूप से जब्त कर लिया है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, 10 करोड़ रुपये की मूल्य वाली कुर्क की गई संपत्ति को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत जब्त किया गया है। यह कार्रवाई 2011 में लेखक आरूर तमिलनाडन द्वारा मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट कोर्ट में दायर की गई शिकायत के बाद की गई है।
तमिलनाडन ने आरोप लगाया था कि ‘एंथिरन’ में उनकी कहानी ‘जिगुबा’ से काफी समानताएं हैं। उन्होंने शंकर पर कॉपीराइट अधिनियम, 1957 और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की संबंधित धाराओं का उल्लंघन करने का आरोप लगाया था। इसके बाद, ईडी ने मामले के वित्तीय पहलुओं की जांच शुरू की। जांच के दौरान, एजेंसी को पता चला कि शंकर को ‘एंथिरन’ पर अपने काम के लिए 11.5 करोड़ रुपये मिले थे, जिसमें कहानी के विकास, स्क्रिप्ट, डायलॉग और निर्देशन का काम शामिल था।
यह मामला तब और बढ़ा जब ‘फिल्म एंड टेलीविज़न इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया’ (FTII) की एक स्वतंत्र रिपोर्ट ने ‘जिगुबा’ और ‘एंथिरन’ के बीच अहम समानताएं दर्शाईं। रिपोर्ट में कहानी, किरदारों के विकास और थीम में समानताएं होने की ओर इशारा किया गया, जिससे तमिलनाडन के साहित्यिक चोरी के आरोपों को और बल मिला।
‘एंथिरन’ अपनी तकनीकी दृष्टि से एक शानदार फिल्म थी, जिसमें रजनीकांत और ऐश्वर्या राय मुख्य भूमिका में थे। यह फिल्म 290 करोड़ रुपये की कमाई के साथ एक बड़ी हिट साबित हुई और शंकर को भारत के बेहतरीन निर्देशकों में से एक बना दिया। हालांकि, साहित्यिक चोरी के विवाद ने उनके करियर की चमक को प्रभावित किया है।