90 के दशक की मशहूर बॉलीवुड एक्ट्रेस ममता कुलकर्णी (Mamta Kulkarni) इन दिनों सुर्खियों में बनी हुई हैं। हाल ही में महाकुंभ में उन्हें किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर के रूप में नियुक्त किया गया था, लेकिन इस फैसले को लेकर कुछ लोगों ने नाराजगी जताई। विवाद बढ़ने के बाद अब ममता कुलकर्णी ने खुद महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी है।
ममता कुलकर्णी ने पद छोड़ा, बोलीं- “मैं साध्वी थी और रहूंगी”
बॉलीवुड में कई हिट फिल्में देने वाली ममता कुलकर्णी 2002 में आई फिल्म ‘कभी तुम कभी हम’ के बाद इंडस्ट्री से दूर हो गई थीं। करीब 23 साल बाद जब वे भारत लौटीं, तो उनका साध्वी अवतार देखकर लोग हैरान रह गए। इसके बाद उन्होंने महाकुंभ में किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर की जिम्मेदारी संभाली, लेकिन इस पद पर रहते ही वे लगातार विवादों में घिर गईं।
अब एक वीडियो जारी कर उन्होंने इस्तीफा देने का ऐलान किया। ममता ने कहा, “मैं किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर पद से इस्तीफा दे रही हूं। मैं बचपन से ही साध्वी रही हूं और आगे भी साध्वी ही रहूंगी।”
“महामंडलेश्वर बनने पर लोगों में नाराजगी थी”
ममता ने आगे कहा, “मुझे महामंडलेश्वर के रूप में जो सम्मान मिला, वह मेरे आध्यात्मिक सफर का हिस्सा था। लेकिन इस पद को लेकर कुछ लोगों में अनावश्यक नाराजगी देखने को मिली। मैंने तो 25 साल पहले ही बॉलीवुड छोड़ दिया था और खुद को हर चीज से अलग कर लिया था, लेकिन लोग अब भी मुझ पर सवाल उठा रहे हैं।”
पैसे देने के आरोपों पर दी सफाई
महामंडलेश्वर बनने के लिए 4 करोड़ रुपये देने के आरोपों पर भी ममता कुलकर्णी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने साफ कहा, “मेरे पास किसी को देने के लिए 2 लाख रुपये भी नहीं हैं, करोड़ों की तो बात ही छोड़िए।” उन्होंने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर ज्यादा कुछ बोलना उचित नहीं होगा।
अब महामंडलेश्वर पद छोड़ने के बाद ममता कुलकर्णी अपने आध्यात्मिक जीवन पर ध्यान केंद्रित करेंगी।