बॉलीवुड में सितारों के बीच कोल्ड वॉर कोई नई बात नहीं है। आज भी कई स्टार्स ऐसे हैं, जो एक-दूसरे का सामना करना पसंद नहीं करते। पुराने दौर की बात करें, तो रेखा और शत्रुघ्न सिन्हा के बीच चली लंबी खटास भला कौन भूल सकता है! उस समय सोशल मीडिया और पैपराजी का इतना दखल नहीं था, इसलिए सितारों के झगड़े अक्सर पर्दे के पीछे ही रह जाते थे। लेकिन साल 1988 में फिल्म खून भरी मांग के सेट पर दोनों के बीच ऐसा विवाद हुआ कि पूरे इंडस्ट्री में चर्चा फैल गई। इस झगड़े के बाद रेखा और शत्रुघ्न ने पूरे 20 साल तक एक-दूसरे से बात नहीं की।
कब और क्यों हुई लड़ाई?
1988 में डायरेक्टर राकेश रोशन की फिल्म खून भरी मांग की शूटिंग के दौरान रेखा और शत्रुघ्न सिन्हा के बीच कहासुनी हो गई, जो इतनी बढ़ गई कि शूटिंग रोकनी पड़ी। झगड़े की असल वजह आज तक साफ नहीं हो पाई, लेकिन कहा जाता है कि शत्रुघ्न ने अपनी और अमिताभ बच्चन की दोस्ती टूटने के लिए रेखा को जिम्मेदार ठहराया था। इस घटना के बाद दोनों ने एक-दूसरे से दूरी बना ली और सालों तक कोई बातचीत नहीं की। इधर, राकेश रोशन को डर था कि कहीं इस विवाद से उनकी फिल्म न रुक जाए, लेकिन किसी तरह उन्होंने इसे पूरा किया।
किसने कराई सुलह?
खून भरी मांग के बाद रेखा और शत्रुघ्न ने किसी भी फिल्म में साथ काम नहीं किया। कई मौकों पर दोनों एक ही इवेंट या पार्टी में शामिल हुए, लेकिन एक-दूसरे से दूरी बनाए रखी। हालांकि, शत्रुघ्न की पत्नी पूनम सिन्हा, रेखा की करीबी दोस्त थीं और उन्होंने ही इस कड़वाहट को खत्म करने का बीड़ा उठाया। एक पार्टी में पूनम सिन्हा ने दोनों को करीब लाने का मौका तलाशा और आखिरकार सालों पुरानी इस अनबन को खत्म करवाने में कामयाब रहीं।
रेखा और शत्रुघ्न सिन्हा ने खून भरी मांग के अलावा जानी दुश्मन, रामपुर का लक्ष्मण, माटी मांगे खून और दो यार जैसी फिल्मों में साथ काम किया था, लेकिन उनके बीच का विवाद इस जोड़ी को फिर से बड़े पर्दे पर नहीं ला सका।