अल्लू अर्जुन की फिल्म ‘पुष्पा 2: द रूल’ ने दुनियाभर में 1200 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है, और यह बॉक्स ऑफिस पर मेगा हिट साबित हुई है। जबकि फिल्म ने दर्शकों के बीच जबरदस्त लोकप्रियता हासिल की है, वहीं एक सरकारी स्कूल की टीचर ने इसके नकारात्मक प्रभाव को लेकर चिंता व्यक्त की है।
हैदराबाद के यूसुफगुडा स्थित सरकारी स्कूल की एक टीचर ने एजुकेशन कमीशन के साथ बातचीत करते हुए स्टूडेंट्स पर मास मीडिया के प्रभाव को लेकर अपनी चिंताओं का इज़हार किया। उन्होंने ‘पुष्पा 2’ की आलोचना करते हुए कहा कि इस फिल्म का प्रभाव स्टूडेंट्स पर नकारात्मक रूप से पड़ा है।
टीचर ने कहा, “वे ऐसी हेयर स्टाइल रखते हैं जिसे बर्दाश्त करना मुश्किल है और अश्लील बातें करते हैं। हम केवल पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करते हैं और इसे नजरअंदाज करते हैं।” उन्होंने बताया कि फिल्म के कारण उनके स्कूल के आधे स्टूडेंट्स का व्यवहार बिगड़ चुका है, और यह समस्या प्राइवेट स्कूलों में भी देखने को मिल रही है।
टीचर ने आगे कहा, “जब हम इन मुद्दों पर चर्चा करने के लिए माता-पिता को बुलाते हैं, तब भी वे कोई ध्यान नहीं देते। आप उन्हें सजा भी नहीं दे सकते क्योंकि इससे वे आत्महत्या कर सकते हैं।” उन्होंने फिल्म को सर्टिफाई करने के लिए मास मीडिया को जिम्मेदार ठहराया, और कहा कि ‘पुष्पा’ जैसी फिल्मों के कारण उनके स्कूल के आधे स्टूडेंट्स बदतर हो गए हैं।
इस वीडियो के बाद इंटरनेट पर मिक्स्ड रिएक्शंस सामने आए हैं। कुछ लोग टीचर की बातों से सहमत हैं, जबकि कुछ ने इसे विवादित करार दिया है। एक यूजर ने लिखा, “यह ठीक है कि आप कुछ अच्छा नहीं कर रहे, लेकिन इसे बदतर मत बनाओ।” वहीं कुछ यूजर्स ने उलटे कॉमेंट्स किए और पूछा कि क्या इस तरह की फिल्में स्टूडेंट्स को सही दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगी।