बॉलीवुड में 1960-70 के दशक की अभिनेत्रियों का एक अलग ही जलवा था, और उस दौर में कई अभिनेत्रियाँ पहली ही फिल्म से सुपरस्टार बन गईं। लेकिन कुछ ऐसी भी थीं जिनका करियर अचानक खत्म हो गया। हम बात कर रहे हैं एक ऐसी अभिनेत्री की, जिनका करियर छोटा था लेकिन बेहद सफल रहा। वह अभिनेत्री थीं विमी। अपने 10 साल के करियर में विमी ने कई हिट फिल्में दीं और उस समय की मशहूर एक्ट्रेस में शामिल हो गईं। हालांकि, उनका फिल्मी करियर बेहद असामान्य था क्योंकि वह पहले से शादीशुदा थीं और उनके दो बच्चे भी थे।
विमी का बॉलीवुड में कदम रखने का तरीका भी दिलचस्प था। एक पार्टी में म्यूजिक डायरेक्टर रवि से मुलाकात के बाद उन्होंने फिल्मों में काम करने का विचार किया, जबकि उनके परिवार वाले इस पेशे से सहमत नहीं थे। फिर भी उनके पति शिव अग्रवाल ने उन्हें सपोर्ट किया और बीआर चोपड़ा से उनकी मुलाकात हुई, जिसके बाद उन्हें फिल्म ‘हमराज’ मिली। यह फिल्म रिलीज होने के बाद विमी रातों-रात स्टार बन गईं और उसके बाद उन्हें कई बड़े प्रोड्यूसर्स और डायरेक्टर्स से ऑफर मिलने लगे।
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लेकिन धीरे-धीरे उनके करियर का ग्राफ गिरने लगा और वह सिर्फ 10 फिल्मों तक ही सीमित रह गईं। आर्थिक तंगी के बाद उन्होंने खुद एक व्यवसाय भी शुरू किया, लेकिन वह भी कर्ज में डूब गया। इसके बाद उनके जीवन में परेशानियाँ और बढ़ गईं, खासकर पति की शराब की लत और मारपीट के कारण। अंततः, विमी ने अकेले रहने का निर्णय लिया, लेकिन शराब की लत ने उनकी जान ले ली। महज 34 साल की उम्र में विमी का लिवर फेल हो गया और 22 अगस्त 1977 को उनका निधन हो गया। उन्हें अस्पताल में इलाज के लिए पैसे नहीं थे और उनकी अंतिम यात्रा बहुत ही दर्दनाक रही, जब उनकी लाश ठेले पर श्मशान घाट तक पहुंचाई गई।
विमी की करीबी दोस्त कृष्णा ने उनकी मौत को उनके लिए एक ‘पेन रिलीवर’ बताया, क्योंकि वह अपनी कठिनाइयों और दर्द से जूझ रही थीं। उनका जीवन एक बेहद दुखद कहानी बनकर रह गया।