Dhoom Dhaam Review: यामी गौतम और प्रतीक गांधी की फिल्म एक जरूरी मैसेज के साथ, देखें पूरी कहानी और एक्टिंग की सराहना
क्या आपने कभी अपनी सोसायटी या परिवार के दबाव में झूठ बोला है, ऐसा झूठ जो किसी को नुकसान नहीं पहुंचाता लेकिन आपके परिवार को चैन देता है? अगर हां, तो यामी गौतम और प्रतीक गांधी की यह फिल्म आपके लिए है। यामी गौतम, जो अपने काम में पूरी तरह से समर्पित हैं, और प्रतीक गांधी, जो हमेशा अपने किरदारों को सोच-समझकर चुनते हैं, ने इस फिल्म में शानदार काम किया है। इस फिल्म के जरिए यह एक मजेदार और महत्वपूर्ण संदेश देती है।
कहानी: फिल्म की कहानी वीर (प्रतीक गांधी) और कोयल (यामी गौतम) की अरेंज्ड मैरिज से शुरू होती है। दोनों एक-दूसरे से अपनी पर्सनैलिटी के बारे में झूठ बोलते हैं। लेकिन शादी की रात एक बड़ा उलटफेर होता है और उनके सामने कुछ लोग आ जाते हैं जो इन दोनों से एक खास चार्ली के बारे में पूछते हैं। फिर क्या होता है और ये फिल्म हमें क्या संदेश देती है, इसके लिए नेटफ्लिक्स पर जरूर देखें।
कैसी है फिल्म: फिल्म मजेदार है और शुरू से ही मुद्दे पर आ जाती है। एक के बाद एक मजेदार सीन आते हैं, जो आपको एंटरटेन करते हैं। साथ ही, यह फिल्म आपको कुछ ऐसा सिखाती है, जो हर किसी के लिए जरूरी है। स्क्रीनप्ले काफी स्मार्ट तरीके से लिखा गया है। यामी का एक मोनोलॉग है जो दिल को छू जाता है। यह फिल्म न केवल लड़कियों के लिए, बल्कि लड़कों के लिए भी एक अहम संदेश देती है।
एक्टिंग: यामी गौतम ने इस फिल्म में शानदार काम किया है। यह उनके इमेज से बिल्कुल अलग है और यही एक अच्छे एक्टर की विशेषता होती है। यामी ने हमारे समाज की उन करोड़ों लड़कियों को बखूबी रिप्रेजेंट किया है, जिन्हें अनचाहे झूठ बोलने पड़ते हैं। प्रतीक गांधी ने भी अपने किरदार को पूरी तरह से निभाया है और इस रोल के लिए वे बिल्कुल फिट थे। एजाज खान ने भी अच्छा काम किया है, ट्रेलर में उनका जो अंदाज दिखता है, फिल्म में वही दमदार है।
डायरेक्शन और राइटिंग: कहानी अर्श वोहरा ने लिखी है, जबकि आदित्य धर ने स्क्रीनप्ले और डायलॉग्स का शानदार काम किया है। आदित्य का सिनेमा न केवल एंटरटेनमेंट देता है, बल्कि कुछ और भी देता है। ऋषभ सेठ का डायरेक्शन बेहतरीन है, उन्होंने यामी और प्रतीक के किरदारों को पूरी तरह से सही तरीके से पेश किया है। फिल्म में यामी का रोल भले ही प्रोड्यूसर की पत्नी का हो, लेकिन इसे संतुलित और सही तरीके से प्रस्तुत किया गया है, बिना किसी एक्टर के रोल को घटाए। यही चीज इसे एक अच्छी फिल्म बनाती है।
कुल मिलाकर: यह फिल्म आपको एंटरटेन करेगी और साथ ही एक जरूरी मैसेज भी देगी। अगर आप एक हल्की-फुल्की और meaningful फिल्म देखना चाहते हैं, तो यह फिल्म जरूर देखें।रेटिंग: 3.5 स्टार