रविवार, अप्रैल 20, 2025

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Oscars 2025: यह फिल्म थी ऑस्कर नॉमिनेशन पाने वाली दूसरी, चाइल्ड आर्टिस्ट को मिला था नेशनल अवॉर्ड, अब करता है सड़कों पर ये काम

ऑस्कर 2025 की दुनिया भर में धूम थी और सभी की नजरें सिनेमा के सबसे बड़े अवॉर्ड पर थीं। यह अवॉर्ड शो 3 मार्च को लॉस एंजेलिस के डॉल्बी थिएटर में आयोजित किया गया था। भारत की भी निगाहें ऑस्कर पर थीं, लेकिन आज हम बात करेंगे उस फिल्म और उस चाइल्ड एक्टर के बारे में, जिन्होंने ऑस्कर तक पहुंचने के बाद हर जगह चर्चा बटोरी। जब भी ऑस्कर का जिक्र होता है, तो उस फिल्म और उस बाल कलाकार की यादें ताजगी से ताजा हो जाती हैं।

हम बात कर रहे हैं, मीरा नायर की फिल्म ‘सलाम बॉम्बे’ के चाइल्ड एक्टर शफीक सैयद की, जिन्होंने अवॉर्ड-विनिंग फिल्म में शानदार अभिनय किया था। फिल्म मुंबई के स्लम में रहने वाले बच्चों की जीवन कहानी को बयां करती है। 1988 में आई यह फिल्म अकादमी अवॉर्ड्स में नॉमिनेट होने वाली भारत की दूसरी फिल्म थी, और इसे ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ द्वारा “द बेस्ट 1,000 मूवीज एवर मेड” की सूची में भी शामिल किया गया था। शफीक सैयद को इस फिल्म में उनके बेहतरीन अभिनय के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से नवाजा गया था।


हालांकि इस फिल्म में काम करने के बाद शफीक को बॉलीवुड में कोई बड़ी पहचान नहीं मिली। सलाम बॉम्बे के बाद उन्हें कोई खास काम नहीं मिला, और वह जीवनयापन के लिए संघर्ष करते रहे। शफीक ने बचपन में बैंगलोर से मुंबई का रुख किया और एक महिला के जरिए मीरा नायर से संपर्क किया, जिसके बाद उन्हें ‘सलाम बॉम्बे’ में रोल मिला। इसके बाद उन्होंने मीरा नायर की दूसरी फिल्म ‘पतंग’ में भी काम किया, लेकिन उसके बाद फिल्म इंडस्ट्री में उन्हें काम नहीं मिला और वह वापस बैंगलोर लौट आए।


आजकल शफीक सैयद वहां ऑटो रिक्शा चलाते हैं और संघर्षपूर्ण जीवन जीते हुए अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं। उन्हें 1989 में बेस्ट चाइल्ड आर्टिस्ट का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला था, लेकिन अब वह गुमनामी के अंधेरे में खो गए हैं।

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