दीपिका पादुकोण ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के आठवें संस्करण में हिस्सा लिया, जहां उन्होंने अपने अनुभव साझा करते हुए स्टूडेंट्स के साथ मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा की। दीपिका ने परीक्षा के दौरान आराम के महत्व को भी रेखांकित किया। एक्ट्रेस ने इंस्टाग्राम पर इस बातचीत की एक झलक भी शेयर की। यह एपिसोड दूरदर्शन चैनलों, शिक्षा मंत्रालय, माईगॉव इंडिया और पीएम मोदी के यूट्यूब चैनलों पर उपलब्ध है।
दीपिका पादुकोण ने कार्यक्रम में कहा, “मैं बहुत शरारती बच्ची थी, अक्सर टेबल, कुर्सी, और सोफे पर चढ़कर कूद जाती थी।” उन्होंने परीक्षा के दौरान अपने स्ट्रेस का अनुभव भी साझा किया, खासकर गणित से जुड़ी समस्याओं के बारे में, जिसमें वह आज भी कमजोर महसूस करती हैं। उन्होंने कहा, “जैसा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी किताब ‘एग्जाम वॉरियर्स’ में कहा है, ‘एक्सप्रेस, नेवर सप्रेस’—इसलिए हमेशा अपने दोस्तों, परिवार और टीचर्स के साथ अपनी बात रखें।”
आगे उन्होंने कहा, “जर्नलिंग एक बेहतरीन तरीका है अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का।”
दीपिका पादुकोण ने ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के दौरान तनाव और डिप्रेशन से निपटने के लिए कुछ महत्वपूर्ण उपाय साझा किए। उन्होंने कहा, “डिप्रेशन होना प्राकृतिक है और यह जीवन का हिस्सा है। यह ज्यादा महत्वपूर्ण है कि हम इसे कैसे संभालते हैं। परीक्षा और रिजल्ट के बारे में धैर्य रखना जरूरी है। हम वही कर सकते हैं जो हमारे नियंत्रण में है—अच्छी नींद लेना, हाइड्रेटेड रहना, एक्सरसाइज करना और मेडिटेशन करना।”
दीपिका ने अपने अनुभव को भी साझा किया, जब वह अपनी मानसिक स्वास्थ्य की अनदेखी करते हुए लगातार काम करती रहीं और एक दिन बेहोश हो गईं। उन्होंने कहा, “कुछ दिनों बाद मुझे समझ में आया कि मैं डिप्रेशन का शिकार हूं।” दीपिका ने स्टूडेंट्स से अपील की कि वे अपनी मानसिक सेहत का ध्यान रखें।
‘परीक्षा पे चर्चा’ का आठवां संस्करण सोमवार से शुरू हुआ है। यह एक वार्षिक कार्यक्रम है, जिसमें प्रधानमंत्री मोदी छात्रों के साथ परीक्षा के तनाव, शिक्षा और दबाव से निपटने के उपायों पर चर्चा करते हैं। इस साल कार्यक्रम में दीपिका पादुकोण, मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम और आध्यात्मिक नेता सद्गुरु जैसी प्रसिद्ध हस्तियां भी शामिल हुईं, जिन्होंने अपने जीवन के अनुभव और सलाह छात्रों के साथ साझा की।